परिचय
आधुनिक युग के विकास में कंप्यूटर का योगदान अतुल्यनीय है, फिर चाहे कोई भी क्षेत्र क्यों ना हो। आज हर काम कंप्यूटर से ही की जाती है। हमारे रोजमर्रा के हर कार्य कंप्यूटर पर ही निर्भर हैं। इसकी एक वजह ये भी है कि कंप्यूटर से घंटो का काम मिनटो में होता है।
विज्ञान, चिकित्सा, प्राद्योगिकी , तकनीकी, शोध एवं शिक्षा के साथ-साथ कंप्यूटर ने कृषि के क्षेत्र मे भी बड़ी अहम् भूमिका अदा की है|पहले जमाने में सूचना के आदान प्रदान के लिए चिटठी भेजा जाता था, और उसे आज भेजो तो दूरी के हिसाब से 8 से 10 दिन तो लग ही जाता था। किन्तु आज हम इन्टरनेट के जरिये दुनिया के एक कोने से दुसरे कोने में पलक झपकते ही संपर्क साध सकते हैं, ई-मेल और मोबाईल ने तो डाकघर को तबाह ही कर दिया है ।
इस तरह से हम देखते है कि कंप्यूट ने मानव सभ्यता को किस तरह बदल दिया है। आज साक्षर का मतलब बदल गया है, आप कितने भी पढ़े लिखे क्यों ना हो लेकिन कंप्यूटर नही जानते है तो पढ़ा लिखा अनपढ़ कहलाएंगें............
आगे संक्षेप में देखते है कंप्यूटर की उत्पत्ति कब हुई...........
1. चार्ल्स बैबेज को "कंप्यूटर का जनक " कहा जाता है। इन्होने सन 1937 में "एनालिटिकल इंजन " का अविष्कार किया जो किसी कारणवश पूरा न हो सका। क्रमश: